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Best Online Coding Course Platform in Hindi | Online Learning Platform | Coursera vs edX vs LinkedIn Learning

हेलो दोस्तों आज हम अपने इस आर्टिकल में कुछ ऑनलाइन कोडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में बात करेंगे जो आपको सर्टिफिकेट भी देती है। साथ ही कुछ लीडिंग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Coursera, edX और LinkedIn Learning (Lynda.com) के बीच तुलना भी करेंगे। इस सेम टॉपिक पर हमने एक वीडियो भी बनाया है जिसे आप यहां देख सकते हैं -  • फ्री या पेड कोर्स - कई लोग इस बात से उलझे हुए होते हैं कि उन्हें कोडिंग सर्टिफिकेट के साथ सीखना चाहिए या बिना सर्टिफिकेट के साथ सीखना चाहिए। बिगनर जब कोडिंग सीखने की शुरुआत करते हैं, तो उनका दो मकसद होता है। या तो वह केवल सीखने के लिए कोडिंग सीखना चाहते हैं या भविष्य में किसी नौकरी के लिए वह कोडिंग सीखना चाहते हैं। अगर आप केवल सीखने के उत्सुक है तो मैं आपको यही कहूंगा कि आपको फ्री प्लेटफार्म से ही सीखना चाहिए क्योंकि आपको सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। लेकिन अगर आप भविष्य में किसी नौकरी के लिए कोडिंग सीख रहे हैं या सीखना चाहते हैं, तो आप सर्टिफिकेट के साथ ही कोर्स को ले , मतलब पेड कोर्स ले। • ऑनलाइन सर्टिफिकेट कितने काम की? कई छात्र कोई पेड कोर्स लेने से पहले इस बात से भी परेशान होते

Jobs in Future (2030) in Hindi | Jobs which cannot be replaced by AI and Machine Learning

 Top 5 Jobs and Skills in Future ( in 2030 )


क्या हो? अगर आपको नौकरी से निकाल दिया जाए और आपको पता चले कि आपको नौकरी से निकालने वाला एक मशीन है।

जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना । भविष्य में ऐसा ही होने जा रहा है । आने वाले समय में मशीन, इंसानों द्वारा किए जाने वाले बहुत से कामों को रिप्लेस कर देगी।

क्योंकि आने वाले समय में मशीनों को बनाना काफी सस्ता हो जाएगा और वह बिना सैलरी के कम समय में, बहुत सारे काम को आसानी से कर सकते हैं ।

तो इस आर्टिकल में हम ऐसे कुछ जॉब स्किल्स की बात करेंगे जो आने वाले समय में मार्केट में डिमांड में होगा ।

यह बात आप ध्यान रखें कि इस आर्टिकल में हम केवल टेक्निकल जॉब्स को ही लिख रहे हैं ।

इसके अलावा जितने भी नॉन टेक्निकल जॉब्स है, वह भी मार्केट में डिमांड में होंगे जिसमें सिंगिंग, डांसिंग आदि शामिल है ।

अभी बहुत सारे टेक्निकल जॉब्स आपके पास मौजूद है, जिनमें से कई छोटे-मोटे काम है । जैसे - छोटे मोटे वेबसाइट को बनाना, एप्लीकेशन को बनाना ।

यह काम आने वाले समय में मशीन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आसानी से अपने आप कर सकेंगी, उन्हें इंसानों की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी ।

कई सारे फैक्ट्रीज में बहुत सारे मजदूरों को रिप्लेस किया जाएगा, क्योंकि मशीन बड़े से बड़े काम को बहुत कम समय में कर सकती है और इसके लिए कंपनी को ज्यादा पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा, जिसके कारण वह ज्यादा लाभ में अपने सामान को मार्केट में बेच सकेंगे ।

इससे हमें यह तो समझ आता है कि वैसे काम जिनमें केवल शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल हो, वैसे ज्यादातर काम मशीन इंसानों के मुकाबले ज्यादा अच्छी तरह से कर पाएंगे ।

इसीलिए जब हम भविष्य में काम की बात करते हैं । तो हमें शारीरिक शक्ति से किए जाने वाले कामों पर फोकस ना करके,  मानसिक शक्ति से किए जाने वाले कामों पर फोकस करना चाहिए ।

क्योंकि मशीन तथा AI आने वाले 50 सालों में इंसानी दिमाग को पीछे नहीं छोड़ सकता ।

हां, इस बात पर कोई दो राय नहीं कि आने वाले 100-200 सालों में हो सकता है कि मशीन तथा AI इंसानों के लिए खतरनाक साबित हो, लेकिन आने वाले 50 सालों में यह इंसानों के साथ मिलकर ही काम कर सकेगी ।

इसीलिए हम यहां आने वाले 50 सालों में कौन-कौन से टेक्निकल काम इंसानों के लिए बचेंगे, उस बारे में बात करेंगे ।

• टॉप 7 टेक्निकल जॉब्स ( Top 7 Technical Jobs in 2030 ) ---


7. Full Stack Web Developer :-


• काम - 

एक फुल स्टैक वेब डेवलपर किसी वेबसाइट के लिए फ्रंट एंड और बैक एंड दोनों की कोडिंग कर सकता है, उसे फुल स्टैक वेब डेवलपर कहते हैं ।

फ्रंट एंड और बैक एंड क्या होता है ? चलिए हम आपको बताते हैं ।

जब भी आप किसी वेबसाइट में जाते तो उस वेबसाइट में आपको जो भी लिखा हुआ दिखता है या जो भी डिजाइन, ऑप्शंस, जितनी भी सारी चीज आपको उस वेबसाइट में दिखाई देती है, उसे फ्रंट एंड कहते हैं ।

तथा जब आप उस वेबसाइट में किसी भी तरह के डाटा को भेजते या किसी भी तरह के डाटा को आप पाते हैं, चाहे वह कोई फोटो हो या वीडियो हो या कोई डॉक्यूमेंट हो, तो उसके पीछे बैक एंड काम कर रहा होता है, जो उस वेबसाइट के सर्वर से जरूरी जानकारी को आप तक पहुंचाता है या आपके डाटा को सर्वर तक पहुंचाता है ।

तो इस तरह के वेबसाइट के कोड को लिखने का काम फुल स्टैक वेब डेवलपर करता है ।

• ग्रोथ - 

BLS (Bureau of Labor Statistics) के मुताबिक इस जॉब की ग्रोथ आने वाले 10 सालों में 13 % रहेगी ।

BLS क्या है ? तो हम आपको बता दें कि यह अमेरिका का स्टैटिक विभाग है जो जॉब्स और लेबर से संबंधित डाटा को प्रकाशित करता है तथा उसका अध्ययन करता है ।

• भविष्य में जरूरत - 

इस जोब भविष्य में जरूरत पड़ेगी क्योंकि जैसे-जैसे ज्यादातर लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ रहे हैं ऐसी स्थिति में बड़ी-बड़ी या छोटी मोटी कंपनियों को ऑनलाइन आना पड़ता है अपने प्रोडक्ट का प्रमोशन करने के लिए ।

जिसके लिए उन्हें ऐसे डेवलपर की जरूरत पड़ती है जो उनके लिए उनकी वेबसाइट को तैयार कर सके ।

इसलिए इसकी डिमांड आने वाले समय में बढ़ेगी।

• सैलरी -

औसत - 60 LPA ( Lakh Per Annum ) (अमेरिका)
अधिकतम - 120 LPA (अमेरिका)


6. Data Scientist :-


• काम - 

डाटा साइंटिस्ट टूल्स, कोडिंग स्किल्स, मैथ्स, स्टैटिसटिक्स और एआई आदि का इस्तेमाल करके कई सारे डेटा के साथ डील करता है ।

यहां पर डाटा से मतलब हर तरह की जानकारी से है । जब कोई व्यक्ति ऑनलाइन आता है, तो उस व्यक्ति के बारे में काफी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध होती ।

जैसे कि वह इंटरनेट पर क्या सर्च कर रहा है, क्या देख रहा है। इससे यह पता चलता है कि कौन से आदमी को किस तरह के प्रोडक्ट की जरूरत है ।

तो यह पता करने के लिए एक बहुत बड़े डाटा को एनालाइज करना पड़ता है, जिसमें उसके द्वारा किए गए हर सर्च, देखे गए हर वीडियो को एनालाइज करके यह पता करना पड़ता है कि उसे क्या चाहिए ताकि कंपनी, उस तक अपने सामान का विज्ञापन पहुंचा सके।

डाटा साइंटिस्ट बहुत सारे डेटा को एनालाइज करके यह बताता है कि कौन सा कस्टमर क्या चाहता है ।

• ग्रोथ - 

BLS के मुताबिक आने वाले 10 सालों में इस जॉब की ग्रोथ 14 % रहेगी ।

• भविष्य में आवश्यकता - 

डिजिटल मार्केटिंग से अपने प्रोडक्ट का प्रमोशन करना काफी सस्ता भी पड़ता है और इससे एक साथ बहुत सारे लोगों तक एक किसी प्रोडक्ट का विज्ञापन पहुंच जाता है ।

जिसके कारण आजकल डिजिटल मार्केटिंग का ट्रेंड बढ़ता ही जा रहा है तथा यह आगे जाकर के ओर भी बढ़ेगा क्योंकि लोग अब धीरे-धीरे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ते जा रहे है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है ।

इसीलिए कंपनी को ऐसे लोगों की जरूरत पड़ेगी जो डाटा को एनालाइज करके उनके कस्टमर तक विज्ञापन पहुंचाने में मदद करें, ताकि वह सस्ते दर पर लोगों तक अपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर सके।

• सैलरी -

औसत - 80 LPA
अधिकतम - 140 LPA


5. Big Data Scientist :-


• काम - 

बिग डाटा साइंटिस्ट का काम, डाटा साइंटिस्ट की तरह ही होता है लेकिन जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है। बिग डाटा साइंटिस्ट बहुत बड़े पैमाने पर डाटा को एनालाइज करता है ।

एक डाटा साइंटिस्ट जिस पैमाने पर डाटा का एनालाइज करता है, एक बिग डाटा साइंटिस्ट उससे 100 गुना ज्यादा बड़े डाटा को एनालाइज कर सकता है।

बिग डाटा साइंटिस्ट बहुत ही एडवांस टूल्स और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके डाटा को एनालाइज करता है ।

• ग्रोथ - 

BLS के मुताबिक इस जॉब की ग्रोथ आने वाले 10 सालों में 14 % रहेगी ।

• भविष्य में आवश्यकता - 

बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे गूगल, अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट आदि के पास बहुत बड़े पैमाने पर यूजर का डाटा स्टोर होता है। जिसका इस्तेमाल वह विज्ञापन दिखाने में करते हैं।

इतने बड़े डाटा को एनालाइज करने के लिए ऐसी कंपनियों को बिग डाटा साइंटिस्ट की जरूरत पड़ती है।

आने वाले समय में जब और भी लोग इंटरनेट से जुड़ेंगे तो बिग डाटा साइंटिस्ट के जरूरत डाटा साइंटिस्ट के मुकाबले भी ज्यादा हो सकती है ।

• सैलरी -

औसत - 130  LPA
अधिकतम - 180 LPA

4. Artificial Intelligence Specialist :-


• काम - 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नाम आपने बहुत बार सुना होगा तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को तैयार करने में और उसको ट्रेन करने में स्पेशलिस्ट को ए आई स्पेशलिस्ट कहते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है क्या ? तो हम आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटरी दिमाग होता है जो इंसानों की तरह सोच सकता है और नई चीजों को देखकर-सुनकर सीख सकता है, उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं।

यह किसी नॉर्मल सॉफ्टवेयर की तरह नहीं होता है, जिसमें इंसान खुद उसे बताएं कि उसे क्या करना है।

एक बार तैयार किए जाने के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने आप भी चीजों को सीख सकता है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खासियत भी होती है और खतरा भी।

• ग्रोथ - 

Outlook Magazine के मुताबिक इस जॉब की ग्रोथ आने वाले 10 सालों में 16 % रहेगी।

• भविष्य में आवश्यकता -

जैसा कि मैंने आर्टिकल के शुरुआत में ही बताया कि आने वाले समय में मशीन और एआई इंसानों की जगह काम करेगी।

उन्हें तैयार करने का काम भी उस समय इंसान ही कर रहे होंगे, जिसके कारण मशीन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मांग बढ़ने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्पेशलिस्ट की मांग भी उतनी ही तेजी से बढ़ेगी।


• सैलरी -

औसत - 70 LPA
अधिकतम - 100 LPA


3. Machine Learning Scientist :-


• काम -

मशीन लर्निंग, एआई का ही एक हिस्सा है, जिसमें कंप्यूटर एल्गोरिथम्स का इस्तेमाल किया जाता है।

मशीन लर्निंग साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग को इंप्रूव करते हैं और उसकी ट्रेनिंग और टेस्टिंग करते हैं ताकि मशीन अच्छी तरह से  चीजों को समझ सके और अपने आप को इंप्रूव कर सके।

मशीन लर्निंग और एआई में अंतर काफी छोटा होता है, जिसके कारण इन में अंतर साधारण तरीके से समझाया नहीं जा सकता इसीलिए हम मशीन लर्निंग को एआई का ही, एक हिस्सा मानकर के चलते है।

मशीन लर्निंग को अगर आप और भी गहराई से समझना चाहते हैं तो इंटरनेट या यूट्यूब पर आपको उससे संबंधित कई जानकारी मिल जाएगी जो आपको मुख्य रूप से दोनों के बीच के अंतर को समझा देगी।

क्योंकि हम यहां जॉब की बात कर रहे हैं इसीलिए हम इनके बीच के अंतर को यहां समझा नहीं सकते।

• ग्रोथ - 

BLS के मुताबिक इस जॉब की ग्रोथ आने वाले 10 सालों में 16 % रहेगी।

• भविष्य में आवश्यकता -

एआई की तरह मशीन लर्निंग की डिमांड भी आने वाले समय में बहुत तेजी से बढ़ेगी क्योंकि मशीन बहुत सारे कामों में और बहुत सारे फैक्ट्रियों में इंसानों को रिप्लेस कर चुकी होगी।


• सैलरी -

औसत - 80 LPA
अधिकतम - 130 LPA


2. Software App Developer :-


• काम -

वह व्यक्ति जो अलग-अलग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करके सॉफ्टवेयर या ऐप को डिवेलप करता है, उसे सॉफ्टवेयर एप डेवलपर कहते हैं।

एक सॉफ्टवेयर एप डेवलपर कई सारे कंप्यूटर लैंग्वेज का जानकार होता है, जिसके कारण वह अलग-अलग तरह के सॉफ्टवेयर और ऐप को बना सकता है।

• ग्रोथ -

BLS के मुताबिक इस जॉब की ग्रोथ आने वाले 10 सालों में 21 % रहेगी।

• सैलरी -

औसत - 70 LPA
अधिकतम - 120 LPA


1. Software Engineer :-


• काम -

सॉफ्टवेयर इंजीनियर वह व्यक्ति होता है जो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल का इस्तेमाल करके सॉफ्टवेयर को डिजाइन, डेवलप, मेंटेन, टेस्ट और इवेलुएट करता है।

एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर एप डेवलपर से अलग होता है क्योंकि इसे हर कंप्यूटर लैंग्वेज की जानकारी तो होती ही है लेकिन यह किसी एक या एक से ज्यादा कंप्यूटर लैंग्वेज मैं मास्टर होता है।

• ग्रोथ -

BLS के मुताबिक सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की डिमांड आने वाले 10 सालों में 26 % बढ़ेगी, जो कि टेक इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा ग्रोथ रेट है।

• भविष्य में आवश्यकता -

सॉफ्टवेयर इंजीनियर की डिमांड आज भी बहुत ज्यादा है और आने वाले समय में बहुत तेजी से बढ़ेगी।

क्योंकि हम जानते हैं कि बड़े-बड़े कंपनियों में चाहे वह गूगल हो, ऐमेज़ॉन हो या माइक्रोसॉफ्ट हो।

इन सारी कंपनियों में बहुत सारे सॉफ्टवेयर इंजीनियर दिन-रात काम करते हैं और इन कंपनीज़ के सारे सॉफ्टवेयर सिस्टम को चलाने, टेस्ट करने और उनको डिवेलप करने का काम करते हैं।

इसलिए आने वाले समय में इसकी डिमांड तेजी से बढ़ेगी ।

• सैलरी -

औसत - 60 LPA
अधिकतम - 140 LPA

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अब सवाल यह भी उठता है कि क्या मशीन तथा एआई ऊपर दिए गए टेक्निकल जॉब को भी रिप्लेस कर पाएगी कभी, या नहीं।

तो अगर आने वाले 100-200 साल या उससे आगे के समय की बात करें तो एआई उतना शक्तिशाली बन जाएगी कि वह हर काम को अपने आप कर सकेगी और इंसानों के काम को भी वह रिप्लेस कर पाएगा जो कि इंसानों के अस्तित्व के लिए एक खतरा साबित होगी‌।

अगर यह टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ जाती है तो इंसान इसे किस तरह से काबू करेगा? क्या वह अपने अस्तित्व को बचा पाएगा या नहीं? या हम इन मशीनों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करेंगे?

कुछ भी हो सकता है तो यह आने वाला वक्त ही बता पाएगा, हम फिलहाल आने वाले 15-20 सालों की ही बातों का अंदाजा लगा सकते हैं।

फिलहाल आप इसकी चिंता ना करें क्योंकि अगर आप यंग है तो आपके बूढ़े होने तक भी यह जॉब मौजूद रहेंगी और इन जॉब को इंसान ही कर रहे होंगे।

तो अपने बारे में चिंता फिलहाल ना करें। हां, आने वाली पीढ़ी के साथ क्या होगा? इसकी चिंता अब आप बाद में कर सकते हैं जो कि आगे की बात है।

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उम्मीद है, कि आपको अपने सवाल का जवाब इस आर्टिकल से मिल गया होगा।

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किसी भी तरह का सुझाव देना हो या मैंने आर्टिकल में कुछ भी गलत लिख दिया हो तो आप कमेंट कर सकते हैं।

धन्यवाद
आपका मित्र
Mr Faiz

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